वह लडकी जो एक प्रतीक बन चुकी है। समाज और प्रशासन की असंवेदनशीलता का। साथी ही हमारे तंत्र की असफलता का जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हुई।
कल न्यूज चैनल दिल्ली की चलती
बस में हुए बलात्कार पीडित की मृत्यु पर शोक और आक्रोश व्यक्त करने गए प्रदर्शनकारियों
को कम ही दिखा पाई। वह लडकी जिसे दामिनी अमानत और भी कई छद्म नाम दिए गए, देश भर
में महिलाओं के खिलाफ हो रहे यौन अत्याचार पीडितों की एक प्रतीक बन गई है।