ब्लॉगिन्ग के कमेन्ट किलर या टिप्पणी हन्ता ! ( यह ब्लागिंग के शुरुआती दिनों की पोस्ट है )
हिन्दी ब्लॉग्गिंग में टिप्पणी का महत्व , जॉनी....ब्लॉगिंग की भावना को समझो ! ! हिन्दी ब्लॉगिंग में चर्चा चकल्लस - प्रस्तावित चर्चाएँ
ब्लॉगिंग माहात्म्य - कुंडलियां , भाग- 1
इत्यादि लिख चुके हैं । इसी क्रम में सबसे ज्यादा पढी जाने वाली पोस्टों के प्रकार हम प्रस्तुत कर रहे हैं ।
ऊपर की विजेट में आप अपनी पसंद के हिसाब से राय व्यक्त कर सकते हैं । जाहिर और भी कई प्रकार की पोस्टें होंगी जो मेरे ध्यान में नहीं आ सकी हैं । मेरा मतलब वर्गीकरण से है ।
इसके लिए आपके सहयोग की आवश्यकता है कि किस तरह की पोस्टें सबसे ज्यादा लोकप्रिय होती हैं । इससे हम सभी को हिन्दी ब्लॉगिंग की मुख्य प्रवृत्ति को समझने में सहायता मिलेगी ।
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वोटिंग विजेट अस्थाई होता है । इसलिए वही सारे विकल्प यहॉं लिख रहा हूँ ।
तमाशाई
टांग खिंचाई वाली
मनोरंजक
सनसनीखेज
आलोचनात्मक
कविता , गजल
ब्लॉगर द्वंद्व युद्ध
धर्म सम्प्रदाय ले दे वाली
तकनीकी विज्ञान
चर्चा
हास्यव्यंगात्मक
क्षेत्रीय लटकों झटकों से युक्त
भावुकतापूर्ण
शांत सौम्य मासूम पोस्टें
नारी विमर्श
चचर्ति राष्ट्रीय खबरें
टिप्पणी में मिले सुझावो से बाद में शामिल किए हुए :
ब्लॉगर मिलन से संबंधित पोस्टें
ब्लॉगिंग से संबंधित तटस्थ व वस्तुपरक विश्लेषण वाली पोस्टें
"बढ़िया लेखन, जो विवादों से दूर हो" (via PD)
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धन्यवाद ।
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पर ब्लॉगर मिलन की पोस्टों का ऑप्शन कहां गया क्योंकि सबसे अधिक वे ही पढ़ी और सराही जाती हैं।
ReplyDeleteसनसनीखेज में बहुत सारे और ऑप्शन अपने आप शामिल हो जाते हैं. ;)
ReplyDeleteविवादों को नजर अंदाज कर निस्वार्थ हिन्दी की सेवा करते रहें, यही समय की मांग है.
ReplyDeleteहिन्दी के प्रचार एवं प्रसार में आपका योगदान अनुकरणीय है, साधुवाद एवं अनेक शुभकामनाएँ.
-समीर लाल ’समीर’
शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteतमाशाई, टांग खिंचाई वाली, ब्लॉगर द्वंद्व युद्ध - बस यही तीन विषयो पर पोस्ट लिखो और फर्जी ब्लॉगर के माध्यम से अपने आप को कमेन्ट कराओ और चिट्टा चर्चा में आगे आ जाओ ..यही तमाशा देखने में आ रहा है ...इस .तालाब में ढेरो गन्दी मछलिया आ चुकी है ....अन्दर से सड चुके लोग
ReplyDeleteVaise aapne jaisi post likhi hai wo bhi jyada padhi jaatin hain..
ReplyDeletedhnywaad..
पर ब्लॉगर मिलन की पोस्टों का ऑप्शन कहां गया क्योंकि सबसे अधिक वे ही पढ़ी और सराही जाती हैं।
ReplyDeleteसिर्फ टिप्पणियों के लिए लिखी जाने वाली पोस्ट कई बार काफी स्तरहीन और मदारी के स्वांग जैसी होती हैं। अपनी बात कहने के अलावा ब्लॉगिंग हिंदी के विकास और प्रचार प्रसार का जरिया भी बनना चाहिए। ब्लॉगर्स मीट वाकई सराहनीय कदम है, और इसके बारे में लिखे जाने वाले चिट्ठे अक्सर काफी पढ़े जाते हैं।
ReplyDeleteतमाशाई, टांग खिंचाई वाली, ब्लॉगर द्वंद्व युद्ध
ReplyDeleteब्लोग्गिंग भी एक विषय है जो सबसे ज्यादा पढा और सराहा जाता है । वैसे विश्लेषण दिलचस्प है
ReplyDeleteapni apni ruchi hai bhaai !
ReplyDelete8-}
ReplyDeleteविश्लेषण अच्छा किया आपने..
ReplyDeleteमतदान कर दिया। गुप्त मतदान किया है। नहीं बताऊँगी क्या चुना।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
मेरे ख्याल से एक आप्शन यहाँ है ही नहीं, जो सबसे अधिक पढ़े भी जाते हैं और उन्हें कोई कमेन्ट भी नहीं मिलता है.. "बढ़िया लेखन, जो विवादों से दूर हो"
ReplyDeleteबढ़िया लेख जितने २ साल पहले पढ़े जाते थे, उतना ही आज भी, और कल भी लोग उन्हें आज की ही तरह खोज खोज कर पढेंगे..
बाकी पोस्ट क्षणभंगुर हैं.. आज है तो कल नहीं..
ReplyDeleteयह पूर्णरूपेण मेरा अपना साढ़े ३ साल से अधिक का ब्लॉग अनुभव बोल रहा है..
@ अविनाश वाचस्पति, याद दिलाने के लिए आपका शुक्रिया । अब पोस्ट में जोड देता हूँ । वोटिंग विजेट में तो अब यह विकल्प नहीं रखा जा सकता ।
ReplyDelete@ { Udan Tashtari, बिल्कुल सही कहा आपने समीज जी । विवादित पोस्टों पर बढचढकर हिस्सा लेना बंद करना चाहिए । जहॉं भी इस तरह की साजिश दिखे उसका बहिष्कार करना चाहिए । तभी सार्थक पोस्टों को ज्यादा तवज्जो दी जा सकेगी ।
@ मनोज कुमार, धन्यवाद जी ।
@ ajay saxena, मित्र , यह एहसास कभी न कभी सभी को हुआ है ब्लॉगिंग में , इस तरह की प्रवृत्तियों का बहिष्कार करना ही इन्हें हतोत्साहित करना है ।
@ 'अदा', अदा जी , टिप्पणी करने के लिए शुक्रिया । आप यह भी बतातीं की यह पोस्ट किस तरह की श्रेणी में आती है तो और भी अच्छा होता ।
@ महेन्द्र मिश्र, शुक्रिया आपका ।
@ EJAZ AHMAD IDREESI, पंकज शुक्ल, हां ब्लागर मीट वाली बात रह गयी थी उसे पोस्ट में जोडे दे रहा हूँ ।
@ अजय कुमार झा, जी हॉं , वस्तुपरक विश्लेषण हो , व्यक्तिगत आक्षेप न हों तो ब्लॉगिंग से संबंधित पोस्ट भी ब्लागरों के लिए आइने का काम करती हैं । समस्या तब होती है जब बातें पूरी ब्लागिंग या मुद्दों से संबंधित न होकर , कुछ लोगों तक ही सीमित रह जाती है । यह व्यक्ति पूजा से कब उबरेगी हमारे देश की मानसिकता ।
@ AlbelaKhatri.com, हां है तो सही । इसीलिए तो यह कहा गया कि किस तरह की पोस्टें सार्वाधिक रुचिकर लगती हैं ।
@ दीपक 'मशाल', शुक्रिया दोस्त ।
@ Mired Mirage, गुप्त (मत)दान , महाकल्याण :|
ReplyDelete@ पीडी , शुकिया दोस्त ! बढिया सुझाव है । सहमत हूँ । इसे इसी तरह शामिल कर लेते हैं "बढ़िया लेखन, जो विवादों से दूर हो" :)
vachaspati jee se sehmat.
ReplyDeleteएक अपील ;)
हिंदी सेवा(राजनीति) करते रहें????????
;)
भई परिणाम कब प्रकाशित हो रहे हैं..ब्लॉगिंग की प्रवृत्ति अभी तक तो मेरी समझ नही आयी..हम समझ लें तो लोकप्रिय होने का प्रयास भी करें ;-)
ReplyDeleteहम तो चूक गये :( मतदान के लायक भी न रहे :((
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