November 12, 2009

बहुत हो गया अब देखिए तरह तरह की मोनालिसा

मोनालिसा मोरक्को में
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मोनालिसा लन्दन में
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मोनालिसा इराक में
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मोनालिसा मिस्र में
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मोनालिसा सऊदी अरब में
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मोनालिसा कुवैत में
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मोनालिसा लेबनान में
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मोनालिसा फिलिस्तीन में
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मोनालिसा अफगानिस्तान में
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दुबई में

14 comments:

  1. ah ha ha ha ha ha hah a ha ha hah ahahahahahahahahahah a a ha ha ha hah ah ah ah ah ah ah ah ah ah ah ahha ha hah ahahahahahahahaahahaha


    maza aa gaya.........

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  2. मोनालिसा का पेटेंट करवा लिया क्या आपने..:)

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  3. मुझे दुःख हुआ इस कलाकृति से छेड़ छड़ हुई इसका नही (क्योंकि नेट पर बहुत देख चुकी हूँ ) इसका की आपका सौन्दर्य बोध मुझे आपसे ऐसी अपेक्षा रखने के लिए कभी प्रेरित नही कर पाया था ..खैर

    ..सिर्फ पाठक की टिप्पणी समझिए ..आपमें सुनने की क्षमता है इसलिए स्पस्ट कह रही हूँ ..अन्यथा न लें.

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  4. @लवली जी,

    अन्‍यथा लेने की बजाय मैं आपका शु‍क्रिया अदा करता हूं कि आपने टिप्‍पणी की और साफगोई से अपनी बात कही ।

    मोनालिसा एक कालजयी कृति है और कोई भी छेडछाड वाली कृति, मूल कृति का तनिक भी मुकाबला नहीं कर सकती । ये तस्‍वीरें तो सिर्फ इस कल्‍पना पर आधारित है कि विभिन्‍न देशों में मोनालिसा स्‍वरूप क्‍या होता । जैसे देखिए अफगानिस्‍तान में मोनालिसा का क्‍या हाल है । इन तस्‍वीरों में कोई आपत्तिजनक तत्‍व भी नहीं है ।
    एक हास्‍य बोध भर है , जैसे बडे-बडे लागों के भी कार्टून बना दिए जाते हैं ।

    मुझे यह एक मेल से प्राप्‍त हुआ और मेरा साझा करने का मन किया सो कर दिया ।

    अब बात चल ही गई है तो बता दूं कि मोनालिसा की तस्‍वीर का प्रभाव बचपन से मेरे मन पर है । जब मैंने मोनालिसा की पेंटिंग स्‍कूली दिनों में अपने प्राचार्य महोदय के यहॉं देखी तो मुझे पता नहीं था कि यह दुनिया के सबसे बुद्विमान व्‍यक्‍ति लियानार्डो द विन्‍सी की कालजयी कृति मोनालिसा है । प्राचार्य महादय के घर में मोनालिसा की एक बडी सी तस्‍वीर लगी थी । अक्‍सर उनके यहॉं आना जाना होता रहता था । मैं जब भी तस्‍वीर को देखता एक अजीब सी जीवन्‍तता मालूम पडती थी , जैसे अब बोलने ही वाली है । मेरी निगाह बार बार उस तस्‍वीर पर जाती । एक दिन मैंने सर से पूछ ही लिया इसके बारे में कि किसकी तस्‍वीर है । तब उन्‍होंने विस्‍तार से बताया ।

    सदाशय आलोचना हमें आत्‍मावलोकन के लिए प्रेरित करती है । हिन्‍दी ब्लॉगिंग की टिप्‍पणी विधा में आज इसकी महती आवश्‍यकता है । धन्‍यवाद ।

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  5. hamene to ek hi jagah ki monalisa dekhi thi aapne to duniya bhar ki tasviro se ru-b-ru karva diya ,badhiya

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  6. क्या कहू .........

    जो कहून्गा कम हि होगा

    बिना कुछ कहे हि निकल लेता हू

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  7. चित्र बहुत बार वह कह देते हैं जो आप हजार शब्दों में भी नहीं कह पाते।
    अर्कजेश जी से सहमत।
    कुवैत वाला चित्र खुला ही नहीं :(

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  8. मोनालिसा एक कालजयी कृति है और कोई भी छेडछाड वाली कृति, मूल कृति का तनिक भी मुकाबला नहीं कर सकती - मुकाबला!(मुझे हंसी आ जाती है ऐसा सोंचते..)
    मोनालिसा अद्भुत कालजयी कलाकृति है ..मुझे बहुत लुभाती रही है बचपन से ..ऐसा आकर्षण की लगता था घंटो देखती रहूँ, अपलक ..

    रही बात "आपत्तिजनक तत्‍व" की तो मुझे जो असहमति थी वह पुर्णतः व्यक्तिगत थी उसका सामान्यीकरण न करें ..मुझे अच्छा लगा की आपने असहमति को सकारात्मक रूप में लिया(आपसे ऐसी ही आशा थी).

    लवली

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  9. :) ...:)

    चित्रकारी आती तो हम हिन्‍दी ब्‍लागरों के एक-एक मोनालिसा पोज जरूर बनाते ।

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  10. हा हा हा.....ये बहुत अच्छी तस्वीरे है.....प्रयास कीजिये देशवासियों की समस्यों को उकेरने की.....जैसे मँहगाई से परेशान मोनालीसा,जाम में फंसी हुई मोनालिसा, बलात्कारियों से डरी हुई मोनालिसा आदि.....


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नेकी कर दरिया में डाल