tag:blogger.com,1999:blog-1442305289119486221.post2116026650304480551..comments2023-08-19T16:48:53.383+05:30Comments on अनौपचारिक: दिल्ली यात्रा व संजय ग्रोवर से एक मुलाकात अर्कजेशhttp://www.blogger.com/profile/11173182509440667769noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-1442305289119486221.post-91509221092082252482013-02-16T18:09:34.341+05:302013-02-16T18:09:34.341+05:30हम भी जब मिले थे तो वो ऐसे ही लगे थे जैसे फोटू में...हम भी जब मिले थे तो वो ऐसे ही लगे थे जैसे फोटू में दिखते हैं । लेकिन हमें गजल ना सुनवाई। बस खाना खिला के टरका दिया था। लेकिन आम पापड़ भी तो दिया था घेलुए में। वैसे बड़ा मन था कि सब भर्चुयल मित्र साथ बैठकर गप्प हाँका जाए। NILAMBUJhttps://www.blogger.com/profile/07995469082747923045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1442305289119486221.post-26448198891118424952013-02-10T16:54:15.720+05:302013-02-10T16:54:15.720+05:30अकेले अकेले ही मिल आये। बहुत अच्छा किया। हम को ले ...अकेले अकेले ही मिल आये। बहुत अच्छा किया। हम को ले चलते तो और भी अच्छा होता। फिर बिलकुल नहीं भकुआते Brajesh Ranahttps://www.blogger.com/profile/00097657056514516251noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1442305289119486221.post-242690764246757822013-02-09T21:06:33.069+05:302013-02-09T21:06:33.069+05:30ओहो...मेट्रो की सवारी और संजय जी से मुलाकात! एक पं...ओहो...मेट्रो की सवारी और संजय जी से मुलाकात! एक पंथ दो काज :-)Giribalahttps://www.blogger.com/profile/11481010044909052232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1442305289119486221.post-49122287050405585512013-02-08T19:29:03.042+05:302013-02-08T19:29:03.042+05:30हम भी चले सरल की डायरी पढ़ने, सरल शब्द से हमें जटि...हम भी चले सरल की डायरी पढ़ने, सरल शब्द से हमें जटिल प्रेम हो चला है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com